Essay Mains Paper - Civil Service Main Examination -IAS UPSC - 2016 - Final Selection Papers For Interview

  CS (Main) Exam,2016


निबन्ध 

 ESSAY 

 निर्धारित समय : तीन घण्टे                                                                              अधिकतम अंक : 250

 Time Allowed : Three Hours                                                               Maximum Marks : 250

  

प्रश्न-पत्र सम्बन्धी विशेष अनुदेश 

प्रश्नों के उत्तर देने से पहले निम्नलिखित प्रत्येक अनुदेश को कृपया ध्यानपूर्वक पढ़ें ।

 

प्रवेश-पत्र में प्राधिकृत माध्यम में निबन्ध लिखना आवश्यक है तथा इस माध्यम का स्पष्ट उल्लेख प्रश्न-सह-उत्तर (क्यू.सी.ए.) पुस्तिका के मुखपृष्ठ पर निर्दिष्ट स्थान पर करना आवश्यक है प्राधिकृत माध्यम के अलावा अन्य माध्यम में लिखे गए उत्तरों पर अंक नहीं दिए जाऐंगे । 

प्रश्नों के उत्तर निर्दिष्ट शब्द-संख्या के अनुसार होने चाहिए । 

प्रश्न-सह-उत्तर पुस्तिका में खाली छोड़े गए किसी पृष्ठ अथवा पृष्ठ के भाग को पूर्णतः काट दीजिए । 


QUESTION PAPER SPECIFIC INSTRUCTIONS 

Please read each of the following instructions carefully before attempting questions. 


The ESSAY must be written in the medium authorised in the Admission Certificate which must be stated clearly on the cover of this Question-cum-Answer (QCA) Booklet in the space provided. No marks will be given for answers written in medium other than the authorised one.

 Word limit, as specified, should be adhered to.

 Any page or portion of the page left blank in the Question-cum-Answer Booklet must be clearly struck off. 


upsc apsc essay mains paper - 2016







 खण्ड A और B में  प्रत्येके से एक-एक चुनकर, दो निबन्ध लिखिए जो प्रत्येक लगभग 1000-1200 शब्दों में हो।

 Write TWO Essays, choosing ONE from each of the Sections A and B, in about 1000-1200 words each. 125x2=250 

खण्ड 'A' SECTION ‘A’ 

1. ख्त्री-पुरुष के समान सरोकारों को शामिल किए बिना विकास संकटग्रस्त है 

If development is not engendered, it is endangered 

2. आवश्यकता लोभ की जननी है तथा लोभ का आधिक्य नस्लें बर्बाद करता है 

Need brings greed, if greed increases it spoils breed 

3. संघीय भारत में राज्यों के बीच जल-विवाद 

Water disputes between States in federal India 

4. नवप्रवर्तन आर्थिक संवृद्धि और सामाजिक कल्याण का अपरिहार्य निर्धारक है 

Innovation is the key determinant of economic growth and social welfare


खण्ड ‘B’ SECTION ‘B’ 


1. सहकारी संघवाद : मिथक अथवा यथार्थ 

Cooperative federalism : Myth or reality 

2. साइबरस्पेस और इंटरनेट : दीर्घ अवधि में मानव सभ्यता के लिए वरदान अथवा अभिशाप 

Cyberspace and Internet : Blessing or curse to the human civilization in the long run 

3. भारत में लगभग रोजगारविहीन संवृद्धि : आर्थिक सुधार की विसंगति या परिणाम 

Near jobless growth in India : An anomaly or an outcome of economic reforms 

4. डिजिटल अर्थव्यवस्था : एक समताकारी या आर्थिक असमता का स्रोत 

 Digital economy: A leveller or a source of economic inequality

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