CS (Main) Exam,2018
निबन्ध
ESSAY
निर्धारित समय : तीन घण्टे अधिकतम अंक : 250
Time Allowed : Three Hours Maximum Marks : 250
प्रश्न-पत्र सम्बन्धी विशेष अनुदेश
प्रश्नों के उत्तर देने से पहले निम्नलिखित प्रत्येक अनुदेश को कृपया ध्यानपूर्वक पढ़ें ।
प्रवेश-पत्र में प्राधिकृत माध्यम में निबन्ध लिखना आवश्यक है तथा इस माध्यम का स्पष्ट उल्लेख प्रश्न-सह-उत्तर (क्यू.सी.ए.) पुस्तिका के मुखपृष्ठ पर निर्दिष्ट स्थान पर करना आवश्यक है प्राधिकृत माध्यम के अलावा अन्य माध्यम में लिखे गए उत्तरों पर अंक नहीं दिए जाऐंगे ।
प्रश्नों के उत्तर निर्दिष्ट शब्द-संख्या के अनुसार होने चाहिए ।
प्रश्न-सह-उत्तर पुस्तिका में खाली छोड़े गए किसी पृष्ठ अथवा पृष्ठ के भाग को पूर्णतः काट दीजिए ।
QUESTION PAPER SPECIFIC INSTRUCTIONS
Please read each of the following instructions carefully before attempting questions.
The ESSAY must be written in the medium authorised in the Admission Certificate which must be stated clearly on the cover of this Question-cum-Answer (QCA) Booklet in the space provided. No marks will be given for answers written in medium other than the authorised one.
Word limit, as specified, should be adhered to.
Any page or portion of the page left blank in the Question-cum-Answer Booklet must be clearly struck off.
खण्ड A और B में प्रत्येके से एक-एक चुनकर, दो निबन्ध लिखिए जो प्रत्येक लगभग 1000-1200 शब्दों में हो।
Write TWO Essays, choosing ONE from each of the Sections A and B, in about 1000-1200 words each. 125x2=250
खण्ड 'A' SECTION ‘A’
1. जलवायु परिवर्तन के प्रति सुनम्य भारत हेतु वैकल्पिक तकनीके
Alternative technologies for a climate change resilient India
2. एक अच्छा जीवन प्रेम से प्रेरित तथा ज्ञान से संचालित होता है
A good life is one inspired by love and guided by knowledge
3. कहीं पर भी गरीबी, हर जगह की समृद्धि के लिए खतरा है
Poverty anywhere is a threat to prosperity everywhere
4. भारत के सीमा विवादों का प्रबन्धन--एक जटिल कार्य
Management of Indian border disputes—a complex task
खण्ड ‘B’ SECTION ‘B’
5. रूढ़िगत मैतिकता आधुनिक जीवन का मार्गदर्शक नहीं हो सकती है
Customary morality cannot be a guide to modern life
6. “अतीत' मानवीय चेतना तथा मूल्यों का एक स्थायी आयाम है ‘
The past’ is a permanent dimension of human consciousness and values
7. जो समाज अपने सिद्धांतो के ऊपर अपने विशेषाधिकारो को महत्व देता है ,वह दोनों से हाथ धो बैठता है।
A people that values its privileges above its principles loses both
8. यथार्थ आदर्श के अनुरूप नहीं होता है, बल्कि उसकी पुष्टि करता है
Reality does not conform to the ideal, but confirms it
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