CS (Main) Exam,2019
निबन्ध
ESSAY
निर्धारित समय : तीन घण्टे अधिकतम अंक : 250
Time Allowed : Three Hours Maximum Marks : 250
प्रश्न-पत्र सम्बन्धी विशेष अनुदेश
प्रश्नों के उत्तर देने से पहले निम्नलिखित प्रत्येक अनुदेश को कृपया ध्यानपूर्वक पढ़ें ।
प्रवेश-पत्र में प्राधिकृत माध्यम में निबन्ध लिखना आवश्यक है तथा इस माध्यम का स्पष्ट उल्लेख प्रश्न-सह-उत्तर (क्यू.सी.ए.) पुस्तिका के मुखपृष्ठ पर निर्दिष्ट स्थान पर करना आवश्यक है प्राधिकृत माध्यम के अलावा अन्य माध्यम में लिखे गए उत्तरों पर अंक नहीं दिए जाऐंगे ।
प्रश्नों के उत्तर निर्दिष्ट शब्द-संख्या के अनुसार होने चाहिए ।
प्रश्न-सह-उत्तर पुस्तिका में खाली छोड़े गए किसी पृष्ठ अथवा पृष्ठ के भाग को पूर्णतः काट दीजिए ।
QUESTION PAPER SPECIFIC INSTRUCTIONS
Please read each of the following instructions carefully before attempting questions.
The ESSAY must be written in the medium authorised in the Admission Certificate which must be stated clearly on the cover of this Question-cum-Answer (QCA) Booklet in the space provided. No marks will be given for answers written in medium other than the authorised one.
Word limit, as specified, should be adhered to.
Any page or portion of the page left blank in the Question-cum-Answer Booklet must be clearly struck off.
खण्ड A और B में प्रत्येके से एक-एक चुनकर, दो निबन्ध लिखिए जो प्रत्येक लगभग 1000-1200 शब्दों में हो।
Write TWO Essays, choosing ONE from each of the Sections A and B, in about 1000-1200 words each. 125x2=250
खण्ड 'A' SECTION ‘A’
1. भारत में अधिकतर कृषकों के लिए कृषि जीवन-निर्वाह का एक सक्षम स्रोत नहीं रही है ।
Farming has lost the ability to be a source of subsistence for majority of farmers in India.
2. भारत में संघ और राज्यों के बीच राजकोषीय संबंधों पर नए आर्थिक उपायों का प्रभाव |
Impact of the new economic measures on fiscal ties between the union and states in India.
3. राष्ट्र के भाग्य का स्वरूप-निर्माण उसकी कक्षाओंमें होता है।
Destiny of a nation is shaped in its classrooms.
4. क्या गुटनिरपेक्ष आंदोलन (नाम) एक बहुध्लुवी विश्व में अपनी प्रासंगिकता को खो बैठा है ?
Has the Non-Alignment Movement (NAM)lost its relevance in a multipolar world ?
खण्ड ‘B’ SECTION ‘B’
5. हर्ष कृतज्ञता का सरलतम रूप है।
Joy is the simplest form of gratitude.
6. भारत में “नए युग की नारी' की परिपूर्णता एक मिथक है |
Fulfilment of ‘new woman’ in India is a myth.
7. हम मानवीय नियमों का तो साहसपूर्वक सामना करं सकते हैं, परंतु प्राकृतिक नियमों का प्रतिरोध नहीं कर सकते ।
We may brave human laws but cannot resist natural laws.
8. 'सोशल मीडिया' अंतर्निहित रूप से एक स्वार्थपरायण माध्यम है।
‘Social media’ is inherently a selfish medium.
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